जानिए क्या काम है आपकी जींस की
पॉकेट पर लगे छोटे बटन्स का
क्या कभी आपने
सोचा है कि आपकी जींस की पॉकेट में जो छोटे बटन्स है, आखिर वो किसलिए दिए गए हैं? शायद आपने इस बारे में कभी ध्यान नहीं
दिया होगा, सच बताएं तो हमने भी इस बारे में तब तक नहीं सोचा था, जब तक कि ऑफिस में कुछ ऐसी स्थिति नहीं आई. किसी की जींस पॉकेट फट गई थी
और इसे फिर से जोड़ने के लिए टेलर ने नए रिवेट्स मांगे
(जी हां, इन बटन्स को रिवेट्स कहा जाता है).
अगर आप सोचते हैं
कि ये बटन्स केवल दिखाने के लिए हैं या ये हर कंपनी की ब्रैंडिंग का एक तरीका है, तो आप गलत हैं. जींस को बनाने के लिए एक ज़रूरत के रूप में रिवेट्स का इस्तेमाल
किया जाता है ना कि इसे स्टाइल करने के लिए. इसका इतिहास काफी चौंकाने वाला है.
पहले शारीरिक
कामों में जुड़े मज़दूर जींस पहना करते थे. उनकी पॉकेट्स जल्दी फट जाया करती थी. इस समस्या को सुलझाने के लिए Jacob Davis नामक एक दर्ज़ी ने 1873 में इसका हल
निकाला. Jacob अमेरिका के Reno Nevada में रहता था.
Jacob ने पॉकेट की सिलाई को बनाए रखने के लिए
उसे रिवेट्स से अटैच करने की सोची. ये पॉकेट
के आखिरी हिस्सों को टाइट रखता है, जिससे पॉकेट सही जगह पर रहती है. रिवेट्स के चलते सिलाई उधड़ती नहीं थी. इसे पेटेंट करवाने के लिए Jacob के पास पैसा नहीं था, इसलिए उन्होंने San Francisco के Levi
Strauss नाम के एक होलसेलर
से संपर्क किया और उन्हें इसे पेटेंट करवाने के लिए कहा. ये पेटेंट 20 मई 1873 में हुआ. और तब से हुई
शुरुआत ब्लू जीन्स की.
1890 में पेटेंट पब्लिक हो गया और इसे कोई भी
इस्तेमाल कर सकता था. Levi's ने अपनी मशहूर '501' जीन्स बनाना शुरू किया, जिसमें ये डिज़ाइन था. बाकी के रिकॉर्ड 1906 में San Francisco में हुए भूकंप और आग में जल गए.
तो ये थी जींस के
पॉकेट के बटन्स की सरप्राइज़िंग हिस्ट्री!