मज़े की बात यह है कि इस
सबके बावजूद कैवेलिन का दावा है कि वह कतई साधारण है... वह सारा श्रेय अपने माता-पिता को देता है, जो सालोंसाल उसे पालते-पोसते हुए यह
बताते रहे कि उसे क्या करना चाहिए, क्या नहीं, और साथ ही उन्होंने
कैवेलिन को यह आज़ादी भी दी कि वह स्कूल के बाद की अपनी गतिविधियां खुद चुन सके... उसके शौकों का यह व्यापक दायरा
संभवतः उसके मां-बाप की पृष्ठभूमि की ही
देन है, क्योंकि उसकी मां ताइवान से
हैं, जबकि पिता ब्राज़ील से...
"मेरी
कहानी में कुछ भी खास नहीं है..."
नासा के कैलिफोर्निया के एडवर्ड्स में स्थित
आर्मस्ट्रॉन्ग फ्लाइट रिसर्च सेंटर में अपनी
शिफ्ट खत्म करने के बाद बात करते हुए कैवेलिन ने कहा, "मेरी कहानी कुछ खास नहीं
है... मैं बस अच्छी परवरिश, अच्छी प्रेरणा और अच्छे लालन-पालन का नतीजा हूं... मैं अक्सर खुद की तुलना दूसरों से
करने की कोशिश नहीं करता... मैं बस हर काम
बेहतरीन मुमकिन तरीके से करने की कोशिश करता हूं..."
कैवेलिन के मां-बाप के मुताबिक, वह हमेशा से ही जल्दी सीखने वाला था... उसने सिर्फ चार महीने की उम्र में आसमान में उड़ते जेट विमान
को देखकर अपना पहला शब्द बोला था - हवाई
जहाज के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला चीनी शब्द... घर में पढ़ाए जाने वाले बच्चों के लिए नया रिकॉर्ड
कायम करते हुए उसने सिर्फ सात साल की उम्र
में ट्रिगॉनोमेट्री सीख ली थी, और उसके बाद उसकी मां उसे कम्युनिटी कॉलेज ले जाने लगीं...
"उससे
ज़्यादा मेहनती विद्यार्थी कभी नहीं देखा..."
ईस्ट लॉस एंजिलिस कॉलेज में कैवेलिन को दो साल तक
गणित पढ़ाते रहे प्रोफेसर डैनियल जज का कहना
है, "अधिकतर लोग सोचते हैं कि वह
कोई जीनियस है, लेकिन मेरे खयाल से मैंने उससे ज़्यादा मेहनत करने वाला विद्यार्थी
कभी नहीं देखा..."
वैसे, इतनी ऊंचाइयां छूने
के दौरान उसकी ज़िन्दगी में भी फैसलों को लेकर असमंजस उसी तरह का रहा है, जैसा किसी आम आदमी
की ज़िन्दगी में रहता है... कॉलेज में दाखिला
लेते वक्त उसका ख्वाब एस्ट्रोफिज़िसिस्ट बनने का था, लेकिन एडवान्स्ड फिज़िक्स की क्लासों में जाना शुरू करने के
बाद रुचि कम हो गई, और क्रिप्टोग्राफी में उसकी रुचि उसे कम्प्यूटर साइंस की दिशा
में ले गई...
"हैरानी
हुई, जब
नासा से पेशकश मिली..."
कैवेलिन के मुताबिक, वह बेहतर रहा... वह कहता है कि उसे उस वक्त बहुत हैरानी हुई, जब नासा से उसे काम
की पेशकश हुई, क्योंकि पहले कभी नासा ने कैवेलिन की उम्र का हवाला देकर उसे रिजेक्ट किया था...
जबकि नासा में उसके बॉस रिकार्डो आर्टियागा का
कहना है कि कैवेलिन उनके प्रोजेक्ट के लिए 'परफेक्ट' है, क्योंकि उन्हें ऐसा ही व्यक्ति चाहिए था, जो गणित भी जानता हो, कम्प्यूटर भी और
विमानन तकनीक भी... उन्होंने कहा, "मुझे ऐसे इन्टर्न की ज़रूरत थी, जो सॉफ्टवेयर भी
जानता हो, और गणित की एल्गोरिदम भी समझता हो... इसके अलावा मुझे एक पायलट की भी
ज़रूरत थी, जो सेसना विमान उड़ा सकता हो..."