IND vs SL: कोहली सेना के सामने 'विराट' चुनौती
नई दिल्लीः लंका में डंका बजाने के लिए
विराट कोहली और उनकी टीम तैयार है.लेकिन ये सीरीज कप्तान विराट कोहली के
साथ कई खिलाड़ियों के लिए बड़ी चुनौती लेकर आ रही है.
विराट कोहली के लिए चुनौती -
कप्तान
विराट कोहली के लिए सबसे बड़ी चुनौती है युवा टीम को लेकर आगे बढ़ने की.
टीम के बाद कोहली को अपने बल्लेबाजी की भी चिन्ता सता रही होगी. उनके सामने
खराब फॉर्म से बाहर आने की भी चुनौती है. बतौर कप्तान कोहली छह और पांच की
रणनीति के साथ मैदान पर उतरना चाहते हैं ऐसे में कोहली की रणनीति का भी
यहां टेस्ट होगा.
सलामी बल्लेबाजी की चुनौती -
तीन
टेस्ट मैचों की सीरीज को जीतने के इरादे से श्रीलंका पहुंची टीम इंडिया को
पहला झटका टेस्ट मैच शुरु होने से पहले ही लग गया जब इन फॉर्म ओपनर मुरली
विजय दाएं हैमस्ट्रींग में तकलीफ के कारण पहले टेस्ट से बाहर हो गए. अब टीम
के लिए दो बड़ी चुनौती है. शिखर धवन अपने उस शानदार टच में नहीं हैं तो
दूसरी तरफ केएल राहुल के साथ जोड़ी बनाने में भी उनके सामने चुनौती होगी.
धवन को ज्यादा जिम्मेदारी से खेलना होगा तो वहीं राहुल के लिए मौके का
फायदा उठाने की चुनौती होगी.
रोहति शर्मा के लिए चुनौती -
आलोचकों
को समय समय पर बल्ले से जवाब देने वाले रोहित शर्मा टीम इंडिया के नए नंबर
3 बल्लेबाज हैं. रोहित को ऑस्ट्रेलिया में चेतेश्वर पुजारा की जगह मौका
मिला था. बांग्लादेश में खेले गए एकमात्र टेस्ट में उनके बल्ले से रन नहीं
निकले और एक बार टीम में उनके पोजिशन को लेकर आलोचना शुरु हो चुकी है.
रोहित के पास इस सीरीज में आलोचकों और अपने फॉर्म से लड़ने की चुनौती होगी.
अमित मिश्रा बनेंगे यासिर शाह -
इस
दौरे के लिए चुनी गई टीम में सबसे चौंकाने वाले खिलाड़ी के रुप में सामने
आए अमित मिश्रा. 2011 के बाद मिश्रा की टीम में वापसी हुई है. उनकी वापसी
के पीछे पाकिस्तान के लेग स्पिनर यासिर शाह की भूमिका अहम रही. हाल ही मे
ंहुए श्रीलंका और पाकिस्तान टेस्ट सीरीज में यासिर की लेग स्पिन श्रीलंकाई
बल्लेबाजों के लिए किसी बुरे सपने की तरह था. ऐसे में अमित मिश्रा को न
सिर्फ खुद को साबित करने की चुनौती होगी बल्कि अब उनके सामने चयनकर्ताओं के
भरोसे पर भी उतरने की चुनौती होगी.
तेज गेंदबाजों के लिए चुनौती -
टीम
इंडिया के इस दौरे में तीन तेज गेंदबाज हैं ईशांत शर्मा, उमेश यादव और
वरुण एरॉन. तीनों लगभग एक ही तरह के गेंदबाज हैं. तीनों के पास स्पीड भी है
और स्विंग भी. लेकिन भुवनेश्वर कुमार के रुप में टीम में एक औऱ गेंदबाज है
जो इन तीनों से कम धीमा तो है लेकिन कप्तान को समय पर विेकेट निकाल कर
देते हैं. ऐसे में उमेश यादव और वरुण एरॉन को ये साबित करना होगा कि वो
अपनी गति और स्विंग से बल्लेबाजों को परेशान कर सकते हैं.
कोहली ने पहले ही 5 गेंदबाजों के साथ उतरने का मन बना लिया है ऐसे में देखना होगा कि कोहली किस गेंदबाज पर भरोसा दिखाते हैं.