राहुल का मोदी
पर वार, कहा-पीएम में नहीं
है सामना का
दम
नई दिल्ली। लोकसभा
और राज्यसभा के
अनिश्चतकाल के लिए स्थगित
होने के साथ
ही मानसून सत्र भी
समाप्त हो गया।
3 हफ्ते से ज्यादा
चले इस सत्र
में लगातार कांग्रेस ने
अपना विरोध प्रदर्शन सदन
के बाहर और
अंदर जारी रखा।
सत्र के आखिरी
दिन गुरुवार को
भी कांग्रेस ने
लोकसभा से वाकआउट
किया। पीएम नरेंद्र मोदी,
सुषमा स्वराज और
व्यापमं पर सरकार को
घेरने वाली कांग्रेस के
उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने
बाद में कहा
कि प्रधानमंत्री में
कोई दम नहीं
है, वह डरते
हैं। उन्होंने कहा
कि यदि उनमें
दम है तो
वह ललित मोदी
को भारत वापस
लाकर दिखाएं।
उन्होंने मीडिया
के सवालों के
जवाब में कहा
कि विदेश मंत्री
ने कल संसद
में लंबी-लंबी
बातें की थीं
लेकिन जो हमनें
उनसे पूछा था
उन सवालों का
जवाब उन्होंने नहीं
दिया। सुषमा पर
बोलते हुए उन्होंने कहा
कि जो सदन
के अंदर होता
है उसके बारे
में उन्हें जानकारी होनी
चाहिए। सदन में
सरकार द्वारा पूर्व
प्रधानमंत्री राजीव गांधी को
बोफोर्स साैदे में घेरे
जाने पर उन्होंने कहा
कि वह पिछले
तीस वर्षों से
ऐसा कर रहे
हैं जबकि उन्हें
कोर्ट ने क्लीन
चिट तक दे
दी है।
राहुल ने
कहा कि उन्हें
लगता है कि
वह सदन में
लोगों को मोदी
और आरएसएस से
बचाने के लिए
आया हूं। उन्होंने आरोप
लगाया कि यह
देश में मीडियोक्रिटी थोपना
चाह रहे हैं
जो हम नहीं
होने देंगे। उन्होंने सीधेतौर पर
प्रधानमंत्री पर निशाना साधते
हुए कहा कि
भूमि बिल पर
उन्होंने पीठ दिखा दी
और मैदान से
भाग खड़े हुए।
अब उनके पास
मौका है कि
ललित मोदी को
वापस लाएं जिससे
क्रिकेट में सफाई हो
सके। लोकसभा चुनाव
के बारे में
जिक्र करने पर
पार्टी उपाध्यक्ष का
कहना था कि
उन्हें लगता था
कि हमारे पीएम
में दम है,
लेकिन ऐसा नहीं
है। यह सही
है कि हम
चुनाव हार गए।