उल्टी होने पर अपनाएं 13 घरेलू उपाय
गलत
खानपान, पाचन से जुड़ी समस्या के अलावा गर्भावस्था और कुछ अन्य
कारणों के चलते उल्टी आने की समस्या होती है। इसके कारण कई गार अन्य शारीरिक
तकलीफें भी हो जाती है और मुंह का स्वाद भी खराब हो जाता है। आइए जानते हैं, उल्टी होने पर अपनाएं कौन से घरेलू समाधान –
Ø नींबू के रस में काला नमक और काली मिर्च डालकर पीने से
उल्टी आना बंद हो जाती है। इसके अलावा नमक और शक्कर के घोल में नींबू डालकर पीने से भी लाभ होता है।
Ø पेट में गर्मी बढ़ने के कारण भी उल्टी की समस्या होती है।
ऐसे में छाछ में भुना हुआ जीरा और सेंधा नमक डालकर पीने से बहुत जल्दी फायदा होता
है।
Ø नींबू को काटकर
उस पर चीनी डालकर चूसने से इस सम्स्या में बहुत लाभ होता है। इससे चूसने से पेट के भीतर अन्न विकार खत्म हो जाता है और उल्टी आना रूक जाता है।
गर्भवती स्त्री को सुबह शाम हल्के गुनगुने पानी में नींबू का रस देने पर उल्टी में लाभ होगा।
Ø गर्भवती स्त्री को सुबह शाम हल्के गुनगुने पानी
में नींबू का रस देने पर उल्टी में लाभ होगा। इसके अलावा गर्भवती स्त्री के पेट पर पानी की गीली पट्टी
रखने से भी उल्टियां
आना बंद हो जाता है।
Ø तुलसी के रस को
शहद के साथ मिलाकर पीड़ित को देने पर उल्टियां बंद हो जाती है। चने को भूनकर सत्तू बनाकर खाने से भी उल्टी आना बंद होता है
Ø उल्टी आने पर
हींग को पानी में घोलकर पेट पर हल्की-हल्की मालिश करने से लाभ होता है। इसके अलावा हरा धनिया या
पुदीने की चटनी का सेवन भी बार बार करने पर उल्टियां बंद हो जाती है।
Ø इलायची की छाल को तवे पर जलाकर शहद के
साथ चाटने और लौंग को आंच पर थोड़ी देर भूनकर मुंह में रखकर चूसने से भी उल्टी रूक
जाती है।
Ø चावल के मांड के
साथ तीन छोटे चम्मच बेलगिरी का रस पीने से उल्टी आना तुरंत बंद हो जाता है। संतरे के छिलके
का चूर्ण बनाकर तीन ग्राम की मात्रा लेकर शहद के साथ चाटने से उल्टी में आराम होता है।
Ø जामुन के नर्म
पत्ते और आम के पत्तों को पानी में उबाल लें। खूब उबाल आ जाने पर इन पत्तों को सरसों के साथ पीस
लें और शहद डालकर पिएं। इस तरीके से हर तरह से उल्टी आना समाप्त हो जाती है।
Ø चावल धुले हुए पानी में शहद डालकर पीने से
उल्टी होने पर लाभ होता है। इसके अलावा मसूर के सत्तू में मिश्री डालकर पीने से भी उल्टी आना बंद हो
जाती है।
Ø वात के कारण होने वाली उल्टी की समस्या में
घी में सेंधा नमक डालकर प्रयोग करना बेहद फायदेमंद होता है। इसके अलावा लाही के सत्तू में मिश्री
डालकर पीने से भी
उल्टी आना बंद हो जाता है।
Ø पीपल के पेड़ की छाल को जलाकर उसे पानी में
डालकर बुझा दें। अब इस पानी को पिएं। इससे उल्टी होन की समस्या में लाभ प्राप्त होगा। अनार के रस
में शहद को मिलाकर पीने
से, वात, पित्त और कफ, तीनों के कारण होने वाली उल्टी की समस्या का निदान हो जाएगा।
Ø मूंग और आंवले को पानी में उबालकर निचोड़ लें। इससे निकले
हुए रस में घी और सेंधा नमक डालकर पीने से उल्टी आना बंद हो जाएगी। मूंग, मसूर और जौ के आटे
को पकाकर पतली सी राब बनाकर, शहद के साथ इसका
सेवन करें। इससे पित्त के कारण होने वाली उल्टी में लाभ होगा।
Ø पेट में गर्मी बढ़ने के कारण भी उल्टी की समस्या होती है। ऐसे में छाछ में भुना हुआ जीरा और सेंधा नमक डालकर पीने से बहुत जल्दी फायदा होता है।
Ø नींबू को काटकर उस पर चीनी डालकर चूसने से इस सम्स्या में बहुत लाभ होता है। इससे चूसने से पेट के भीतर अन्न विकार खत्म हो जाता है और उल्टी आना रूक जाता है। गर्भवती स्त्री को सुबह शाम हल्के गुनगुने पानी में नींबू का रस देने पर उल्टी में लाभ होगा।
Ø गर्भवती स्त्री को सुबह शाम हल्के गुनगुने पानी में नींबू का रस देने पर उल्टी में लाभ होगा। इसके अलावा गर्भवती स्त्री के पेट पर पानी की गीली पट्टी रखने से भी उल्टियां आना बंद हो जाता है।
Ø तुलसी के रस को शहद के साथ मिलाकर पीड़ित को देने पर उल्टियां बंद हो जाती है। चने को भूनकर सत्तू बनाकर खाने से भी उल्टी आना बंद होता है
Ø उल्टी आने पर हींग को पानी में घोलकर पेट पर हल्की-हल्की मालिश करने से लाभ होता है। इसके अलावा हरा धनिया या पुदीने की चटनी का सेवन भी बार बार करने पर उल्टियां बंद हो जाती है।
Ø इलायची की छाल को तवे पर जलाकर शहद के साथ चाटने और लौंग को आंच पर थोड़ी देर भूनकर मुंह में रखकर चूसने से भी उल्टी रूक जाती है।
Ø चावल के मांड के साथ तीन छोटे चम्मच बेलगिरी का रस पीने से उल्टी आना तुरंत बंद हो जाता है। संतरे के छिलके का चूर्ण बनाकर तीन ग्राम की मात्रा लेकर शहद के साथ चाटने से उल्टी में आराम होता है।
Ø जामुन के नर्म पत्ते और आम के पत्तों को पानी में उबाल लें। खूब उबाल आ जाने पर इन पत्तों को सरसों के साथ पीस लें और शहद डालकर पिएं। इस तरीके से हर तरह से उल्टी आना समाप्त हो जाती है।
Ø चावल धुले हुए पानी में शहद डालकर पीने से उल्टी होने पर लाभ होता है। इसके अलावा मसूर के सत्तू में मिश्री डालकर पीने से भी उल्टी आना बंद हो जाती है।
Ø वात के कारण होने वाली उल्टी की समस्या में घी में सेंधा नमक डालकर प्रयोग करना बेहद फायदेमंद होता है। इसके अलावा लाही के सत्तू में मिश्री डालकर पीने से भी उल्टी आना बंद हो जाता है।
Ø पीपल के पेड़ की छाल को जलाकर उसे पानी में डालकर बुझा दें। अब इस पानी को पिएं। इससे उल्टी होन की समस्या में लाभ प्राप्त होगा। अनार के रस में शहद को मिलाकर पीने से, वात, पित्त और कफ, तीनों के कारण होने वाली उल्टी की समस्या का निदान हो जाएगा।
Ø मूंग और आंवले को पानी में उबालकर निचोड़ लें। इससे निकले हुए रस में घी और सेंधा नमक डालकर पीने से उल्टी आना बंद हो जाएगी। मूंग, मसूर और जौ के आटे को पकाकर पतली सी राब बनाकर, शहद के साथ इसका सेवन करें। इससे पित्त के कारण होने वाली उल्टी में लाभ होगा।